
ब्रेकिंग न्यूज़: चिलकाना में पत्रकार को धमकी, ठेकेदार पर गंभीर आरोप
चिलकाना। उत्तर प्रदेश के चिलकाना क्षेत्र में एक वरिष्ठ पत्रकार को ठेकेदार बबलु सैनी द्वारा जान से मारने की धमकी और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने का मामला सामने आया है। यह घटना 31 जनवरी को सुबह करीब 9 बजे हुई, जब ठेकेदार पत्रकार के घर पहुंचा और उनके परिजनों से धमकी दी।
क्या है मामला?
पत्रकार ने डीएफओ (वन अधिकारी) को एक शिकायत दी थी, जिसमें बताया गया था कि ठेकेदार बबलु सैनी ने असलमपुर बढ़ता क्षेत्र में हरे-भरे पेड़ों का गैरकानूनी तरीके से कटान किया। ठेकेदार के पास केवल 8 पेड़ों की कटाई की परमिशन थी, लेकिन उसने 37 पेड़ काट डाले। पत्रकार की यह रिपोर्ट वन माफिया और ठेकेदार की गैरकानूनी गतिविधियों को उजागर कर रही थी। इसके बाद ही ठेकेदार ने पत्रकार के घर आकर उन्हें धमकी दी।
परिजनों में दहशत का माहौल
घटना के बाद पत्रकार के परिजनों में भारी दहशत का माहौल है। उनका कहना है कि ठेकेदार और उसके साथियों से खतरा बढ़ गया है, और कभी भी कुछ गलत किया जा सकता है।
पत्रकार की शिकायत और सरकार की कार्रवाई
पत्रकार ने इस मामले को लेकर चिलकाना थाना प्रभारी को एक तहरीर दी है और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला पहले ही डीएफओ के संज्ञान में है, लेकिन वन माफिया के गुंडागर्दी के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
पर्यावरण संकट और आपदा का खतरा
पत्रकार का कहना है कि हरे-भरे और प्रतिबंधित प्रजातियों के पेड़ों का कटान न केवल पर्यावरण के लिए खतरनाक है, बल्कि इससे आपदाओं का भी खतरा उत्पन्न हो सकता है। इस प्रकार के गैरकानूनी कटान से राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है, और वन माफिया बेखौफ होकर कार्य कर रहे हैं।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की सुरक्षा की जरूरत
पत्रकारों का कहना है कि अगर इस तरह की घटनाएं लगातार होती रहीं, तो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के निर्बल होने का खतरा उत्पन्न हो सकता है। यह घटना योगीराज में प्रेस की स्वतंत्रता और पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।
👉 खबर, विज्ञप्ति और विज्ञापन के लिए संपर्क करें:
📞 एलिक सिंह, संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
📞 8217554083